भारत ने चौथा टेस्ट ड्रॉ किया, सीरीज़ में अब भी बना हुआ है रोमांच
हैलो फ़्रेंड्स, स्वागत है आपका हमारे इस ब्लॉग में जिसका शीर्षक है ” भारत ने चौथा टेस्ट ड्रॉ किया, सीरीज़ में अब भी बना हुआ है रोमांच “। भारत इस टेस्ट मैच में काफी जुझारू तरीके से खेला। वह अपने आप को मुश्किलों से निकाल कर सीरीज़ में हारने से फिलहाल बच गया। अब सभी की नजरें आने वाले 31 जुलाई को आखिरी टेस्ट पर हैं।
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में शानदार खेल दिखाते हुए मैच को ड्रॉ करवा लिया और सीरीज़ को ज़िंदा रखा। यह मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला गया।
भारत ने अपनी दूसरी पारी में पांच से ज़्यादा सेशन तक बल्लेबाज़ी की और 425 रन पर सिर्फ 4 विकेट खोए। इसके बाद दोनों टीमों ने मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया। उस समय भारत को 114 रन की बढ़त मिल चुकी थी और मैच में सिर्फ 10 ओवर बाकी थे।
पांचवें दिन इंग्लैंड ने पूरी कोशिश की कि वह भारत को आउट करके मैच जीत ले, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों की मेहनत, पिच की हालत और एक आसान कैच छूट जाने के कारण इंग्लैंड का सपना अधूरा रह गया।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने गेंदबाज़ी की और KL राहुल को 90 रन पर आउट किया। शुभमन गिल ने शानदार 103 रन बनाए लेकिन वे भी आउट हो गए। तब भारत के 4 विकेट गिर चुके थे और टीम इंग्लैंड से अभी भी 89 रन पीछे थी। इंग्लैंड को लगा कि अब उन्हें जीतने का मौका मिल गया है।
लेकिन फिर रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर क्रीज़ पर आए और दोनों ने शतक (100+ रन) लगाए। इंग्लैंड के जो रूट ने जडेजा का आसान कैच छोड़ दिया था, जो मैच का टर्निंग पॉइंट बन गया। जडेजा और सुंदर के बीच 203 रन की साझेदारी हुई और इंग्लैंड को कोई और मौका नहीं मिला।
इस वजह से इंग्लैंड को मैच ड्रॉ करना पड़ा। स्टोक्स की कप्तानी में यह सिर्फ दूसरा मौका था जब इंग्लैंड का कोई टेस्ट मैच ड्रॉ हुआ है। इससे पहले 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी इसी मैदान पर मैच ड्रॉ हुआ था।
अब सीरीज़ में इंग्लैंड 2-1 से आगे है और आखिरी मैच ओवल मैदान पर गुरुवार से शुरू होगा।
स्टोक्स रहे चर्चा में, लेकिन जीत नहीं दिला पाए
जैसा कि अक्सर होता है, इस मैच में भी हर कोई सिर्फ बेन स्टोक्स को ही देख रहा था – उन्होंने क्या किया और क्या नहीं किया। भारत की पहली पारी में उन्होंने 5 विकेट लिए (5/72) और बाद में बल्लेबाज़ी में 141 रन भी बनाए। ऐसा करने वाले वे इंग्लैंड के सिर्फ चौथे खिलाड़ी बने हैं, जिन्होंने एक ही टेस्ट में पांच विकेट भी लिए और शतक भी बनाया।
चूंकि स्टोक्स पहले से ही चोट से परेशान रहते हैं, इसलिए जब चौथे दिन उन्होंने गेंदबाज़ी नहीं की तो सबको चिंता हुई। लेकिन रविवार को उन्होंने तुरंत गेंद संभाली और खराब हो रही पिच पर तेजी से गेंद फेंकी, जिससे उछाल भी असमान दिखने लगा।
स्टोक्स पूरे दिन अपने शरीर को पकड़ते नज़र आए — कभी कंधा, कभी पैर। फिर भी उन्होंने केएल राहुल को एक शानदार इन-स्विंग यॉर्कर से आउट कर दिया। इसके बाद शुभमन गिल जब 81 रन पर थे, तब स्टोक्स की गेंद पर ओली पोप ने उनका कैच छोड़ दिया। बाद में जोफ्रा आर्चर ने गिल को आउट किया।
फिर आया मैच का सबसे बड़ा मोड़ — रवींद्र जडेजा ने बल्ला बाहर निकाला, पहली स्लिप पर खड़े जो रूट ने कैच लेने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके हाथ से छूट गई। आर्चर निराशा में ज़मीन पर गिर पड़े और पूरे दिन उभर नहीं पाए।
ब्रायडन कार्स ने सिर्फ एक ही स्पेल फेंका और क्रिस वोक्स ज़्यादा असर नहीं दिखा पाए। बाएं हाथ के स्पिनर लियाम डॉसन, जिन्हें चोटिल शोएब बशीर की जगह लाया गया था, ने 47 ओवर गेंदबाज़ी की लेकिन कोई विकेट नहीं मिला। वे ठीक-ठाक दिखे, लेकिन खतरनाक नहीं।
पूरे मैच और सीरीज़ में अगर कोई गेंदबाज़ ऐसा था जो पुरानी गेंद से कुछ कर सकता था, तो वो सिर्फ बेन स्टोक्स ही थे। उन्होंने दोपहर में एक और कोशिश की, लेकिन फिर भी कोई फायदा नहीं हुआ।
मैच की शुरुआत में स्टोक्स ने एक पुराने रिकार्ड को तोड़ने की कोशिश की — इस मैदान पर जो भी कप्तान टॉस जीतकर पहले फील्डिंग चुनता है, वह मैच नहीं जीतता। और अंत में, बेन स्टोक्स की पूरी मेहनत के बावजूद, उनकी टीम भी उन्हीं 11 कप्तानों की लिस्ट में शामिल हो गई जो पहले भी ऐसा करके जीत नहीं पाए थे।
इंग्लैंड को चिंता स्टोक्स की चोट की, भारत को पंत की कमी खलेगी
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स पूरे दिन अपने कंधे और जांघ की चोट से परेशान दिखे। यह इंग्लैंड के लिए चिंता का कारण है।
भारत के लिए भी एक बुरी खबर है। विकेटकीपर ऋषभ पंत पैर में चोट (फ्रैक्चर) के कारण अगला मैच नहीं खेल पाएंगे। उनकी जगह युवा खिलाड़ी ध्रुव जुरेल को टीम में शामिल किया जाएगा।
तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को लेकर भी भारत को फैसला लेना होगा क्योंकि उन्होंने सीरीज़ से पहले कहा था कि वे सिर्फ तीन टेस्ट ही खेलेंगे।
2005 की याद दिलाता ये टेस्ट मैच
इस टेस्ट मैच ने लोगों को 2005 की एशेज सीरीज़ की याद दिला दी। तब भी ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर एक ऐसा ही मैच ड्रॉ हुआ था, जब ऑस्ट्रेलिया हारते-हारते बच गई थी।
इस बार भी भारत ने बहुत मुश्किल स्थिति से बाहर निकलकर मैच को बचाया। शनिवार को भारत की हालत बहुत खराब थी। टीम का स्कोर 2 विकेट पर 0 रन था और वह 311 रन से पीछे चल रही थी। सभी को लग रहा था कि भारत हार जाएगा। लेकिन शुभमन गिल, जडेजा और सुंदर ने शानदार बल्लेबाज़ी कर भारत को मैच में वापस ला दिया।
अब जब दोनों टीमें आखिरी टेस्ट खेलने ओवल पहुंचेंगी, तो देखना होगा कि कौन सी टीम ज़्यादा तैयार होती है। इंग्लैंड को अपने तीन तेज़ गेंदबाज़ों को आराम देना पड़ सकता है। भारत के गेंदबाज़ भी थके हुए हैं, लेकिन पिछले दो दिन उन्होंने ज़्यादा बल्लेबाज़ी की है, इसलिए उन्हें थोड़ा फायदा मिल सकता है।
भारत ने जैसे किया कमाल, वैसा पहले कभी नहीं हुआ:
आज से करीब 20 साल पहले, इसी ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर ऑस्ट्रेलिया की टीम नौ विकेट खोकर जैसे-तैसे मैच बचाने में सफल हुई थी। उस दिन मैदान पर इतनी भीड़ थी कि हज़ारों दर्शकों को बाहर रोकना पड़ा था।
हालाँकि इस बार का मैच इतना ज़्यादा शोरगुल और नाटकीय नहीं था, लेकिन भारत ने जिस तरह से हार की कगार से मैच बचाया, वह भी किसी चमत्कार से कम नहीं है।
शनिवार को लंच से पहले भारत का स्कोर 2 विकेट पर 0 रन था। टीम 311 रन से पीछे थी और लग रहा था कि भारत हार जाएगा। लेकिन अब यही टीम आखिरी टेस्ट खेलने ओवल जा रही है और सीरीज़ को बराबरी पर लाने का पूरा मौका है।
इससे साफ पता चलता है कि इस टीम में कितनी हिम्मत और आत्मविश्वास है — खासकर कप्तान शुभमन गिल में, जो इस गर्मी में शानदार फॉर्म में हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न 1: भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट कहाँ खेला गया था?
उत्तर: यह मैच इंग्लैंड के मैनचेस्टर शहर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला गया था।
प्रश्न 2: चौथे टेस्ट में भारत ने दूसरी पारी में कितने रन बनाए?
उत्तर: भारत ने दूसरी पारी में 425 रन बनाकर 4 विकेट पर अपनी पारी घोषित की।
प्रश्न 3: मैच ड्रॉ क्यों हुआ?
उत्तर: भारत ने अच्छी बल्लेबाज़ी की और इंग्लैंड उन्हें आउट नहीं कर सका। समय खत्म होने की वजह से दोनों टीमों ने मैच ड्रॉ कर लिया।
प्रश्न 4: इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की क्या स्थिति है?
उत्तर: बेन स्टोक्स इस मैच में कंधे और जांघ की चोट से परेशान थे, जिससे इंग्लैंड को चिंता है।
प्रश्न 5: भारत की ओर से कौन-कौन से बल्लेबाज़ों ने शतक लगाए?
उत्तर: शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने शानदार शतक बनाए।
प्रश्न 6: ऋषभ पंत क्यों नहीं खेल पाएंगे?
उत्तर: ऋषभ पंत को पैर में फ्रैक्चर हो गया है, इसलिए वे आखिरी टेस्ट नहीं खेलेंगे।
प्रश्न 7: उनकी जगह कौन विकेटकीपिंग करेगा?
उत्तर: पंत की जगह ध्रुव जुरेल को टीम में शामिल किया जाएगा।
प्रश्न 8: सीरीज़ में अभी कौन सी टीम आगे है?
उत्तर: इंग्लैंड फिलहाल 2-1 से आगे है।
प्रश्न 9: आखिरी टेस्ट कब और कहाँ खेला जाएगा?
उत्तर: अंतिम टेस्ट मैच गुरुवार से लंदन के ओवल मैदान पर खेला जाएगा।
प्रश्न 10: क्या भारत सीरीज़ जीत सकता है?
उत्तर: अगर भारत आखिरी टेस्ट जीतता है तो सीरीज़ 2-2 से बराबर हो जाएगी, लेकिन सीरीज़ जीत नहीं पाएगा। इंग्लैंड तभी जीतेगा अगर वह मैच जीतता है या ड्रॉ कर लेता है।
निष्कर्ष:
भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया चौथा टेस्ट मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक यादगार मुकाबला बन गया। एक समय ऐसा लग रहा था कि भारत यह मैच हार जाएगा, लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ों ने शानदार धैर्य और जज़्बा दिखाते हुए मैच को ड्रॉ करवा लिया।
शुभमन गिल, जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर की शानदार पारियों ने टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकाला।
दूसरी ओर, इंग्लैंड ने भी पूरी कोशिश की, खासकर कप्तान बेन स्टोक्स ने गेंद और बल्ले दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन कुछ आसान कैच छूट गए और कुछ मौके हाथ से निकल गए, जिससे जीत नहीं मिल सकी।
अब सीरीज़ 2-1 पर रुकी हुई है और आखिरी मुकाबला ओवल मैदान पर खेला जाएगा। दोनों टीमों के पास अब भी मौका है कि वे सीरीज़ में अपनी ताकत दिखाएं। यह तय है कि आखिरी टेस्ट और भी रोमांचक होने वाला है।
इस मैच ने एक बार फिर साबित कर दिया कि टेस्ट क्रिकेट में कुछ भी आखिरी समय तक कहा नहीं जा सकता। खेल में जज़्बा, मेहनत और संयम से किसी भी हालात को बदला जा सकता है — और भारत ने यही कर दिखाया।