तीसरा टेस्ट हारा भारत: इंग्लैंड ने 22 रनों से हराया

भारत बनाम इंग्लैंड तीसरा टेस्ट: रोमांचक मुकाबले में भारत को मिली 22 रन की हार

भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेला गया। यह मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी थ्रिलर से कम नहीं था। दोनों टीमों ने कड़ी टक्कर दी और आखिरी दिन तक मुकाबला बेहद दिलचस्प बना रहा।

इस मुकाबले में इंग्लैंड ने 22 रनों से जीत हासिल की और सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली। यह जीत इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की शानदार कप्तानी और उनकी दमदार गेंदबाजी की वजह से मुमकिन हो सकी।

भारत बनाम इंग्लैंड तीसरा टेस्ट: लॉर्ड्स के मैदान पर हुआ जबरदस्त मुकाबला

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला इंग्लैंड की राजधानी लंदन के मशहूर लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया। यह वही मैदान है जिसे क्रिकेट का मक्का कहा जाता है। यहां हर खिलाड़ी खेलने का सपना देखता है।

जैसे ही मैच शुरू हुआ, दर्शकों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया। दोनों टीमों के फैंस बड़ी संख्या में स्टेडियम में पहुंचे थे। हर कोई अपनी टीम की जीत देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा था।

इंग्लैंड की पहली पारी में उनके बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाया। ओपनर बल्लेबाजों ने मजबूत शुरुआत दी। उनके प्रमुख बल्लेबाज जो रूट ने शतक भी जमाया।

भारतीय गेंदबाजों ने बीच-बीच में विकेट जरूर निकाले लेकिन इंग्लैंड की टीम ने लगातार रन जोड़ते हुए कुल 387 रन बनाए। यह स्कोर काफी चुनौतीपूर्ण था।

भारत की पहली पारी:

इसके बाद भारतीय टीम की पारी शुरू हुई। भारतीय बल्लेबाजों ने भी दिखा दिया कि वह किसी से कम नहीं हैं। टीम इंडिया ने भी पहली पारी में 387 रन बनाए।

भारत के बल्लेबाज के. एल. राहुल ने शतकीय पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

जैसे ही भारत का स्कोर इंग्लैंड के बराबर हुआ, पूरे स्टेडियम में माहौल बन गया। लोग सोचने लगे कि यह मुकाबला अब और ज्यादा रोमांचक होगा।

मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमें पूरे जोश में नजर आईं। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 387 रन बनाए।

इसके जवाब में भारतीय टीम ने भी शानदार खेल दिखाते हुए अपनी पहली पारी में 387 रन ही बना दिए। दोनों टीमों का स्कोर बराबर रहने से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया।

दूसरी पारी में इंग्लैंड लड़खड़ा गया:

दूसरी पारी में इंग्लैंड की बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही। भारतीय गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी की और पूरी इंग्लिश टीम को 192 रन पर समेट दिया। इससे भारत को जीत के लिए 193 रनों का लक्ष्य मिला।

पहली पारी की समाप्ति के बाद दोनों टीमें बराबरी पर थीं। किसी को यह अंदाजा नहीं था कि आगे क्या होने वाला है। इंग्लैंड की दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने पूरी कोशिश की कि इंग्लैंड को ज्यादा रन ना बनाने दिए जाएं।

तेज गेंदबाजों ने सटीक लाइन लेंथ पर बॉलिंग की। भारतीय स्पिनर भी बीच-बीच में विकेट निकालते रहे। इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 192 रन ही बना सकी।

भारत की दूसरी पारी:

193 रन का लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट में बहुत बड़ा तो नहीं होता, लेकिन इंग्लैंड की पिच और वहां के गेंदबाजों को देखते हुए यह स्कोर भी आसान नहीं था। चौथी पारी में हमेशा दबाव अलग होता है। खिलाड़ी जानते थे कि अगर इस मैच को जीतना है तो धैर्य और साहस दिखाना जरूरी होगा।

भारत की दूसरी पारी की शुरुआत हुई तो उम्मीद थी कि ओपनर बल्लेबाज अच्छी नींव रखेंगे। पहले कुछ ओवर तक बल्लेबाजों ने संभलकर खेला। लेकिन फिर इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अपनी घातक गेंदबाजी से विकेट निकालना शुरू कर दिया।

खासकर कप्तान बेन स्टोक्स ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने लगातार बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। उनकी बॉलिंग में स्विंग और गति दोनों थी। बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल होता गया।

भारतीय टीम की तरफ से कुछ बल्लेबाजों ने संघर्ष जरूर किया। उन्होंने साझेदारी बनाने की कोशिश की। एक समय ऐसा लगा कि भारत मुकाबले में वापस आ जाएगा। लेकिन विकेट गिरते गए और भारतीय पारी 170 रनों पर सिमट गई। इस तरह इंग्लैंड ने यह मुकाबला 22 रन से जीत लिया।

इंग्लैंड की शानदार गेंदबाज़ी:

लक्ष्य बड़ा नहीं था लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन से बता दिया कि वो आसानी से यह मुकाबला भारत को देने के मूड में नहीं हैं। इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाए रखा।

हालांकि बीच-बीच में कुछ भारतीय बल्लेबाजों ने साझेदारियां बनाईं जिससे उम्मीद जगी कि भारत मैच जीत सकता है। लेकिन विकेट गिरते रहे और आखिरकार भारतीय टीम 170 रन पर ऑलआउट हो गई। इस तरह भारत को 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा।

बेन स्टोक्स बने हीरो

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस मैच में कमाल की कप्तानी के साथ-साथ शानदार गेंदबाजी भी की। उनकी कप्तानी के फैसले ने मैच का रुख अपनी टीम की ओर मोड़ दिया। इसी बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

इस टेस्ट मैच मैच में जोफरा आरचर ने भी शानदार गेंदबाज़ी की। उन्होंने भी 3 विकेट निकाले। शोएब बशीर का आखिरी विकेट लेना मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।

ये इंग्लैंड की टीम के लिए एक यादगार जीत है। मैच के बाद कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि यह जीत टीम के संयम और मेहनत का नतीजा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ जीत हमेशा खास होती है।

भारतीय कप्तान ने माना कि उनकी टीम ने कोशिश तो पूरी की लेकिन आखिरी पारी में बल्लेबाज रन नहीं बना सके।उन्होंने सही समय पर सही फैसले लिए और अपने गेंदबाजों को प्रेरित किया।

मैच का स्कोर कार्ड

इंग्लैंड:

  • पहली पारी – 387 रन

  • दूसरी पारी – 192 रन

भारत:

  • पहली पारी – 387 रन

  • दूसरी पारी – 170 रन

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

सवाल 1: तीसरे टेस्ट में भारत को किस मैदान पर हार मिली?
जवाब: यह मैच इंग्लैंड के लंदन में लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर खेला गया था।

सवाल 2: इंग्लैंड ने कितने रन से भारत को हराया?
जवाब: इंग्लैंड ने यह मैच 22 रनों से जीता।

सवाल 3: दोनों टीमों ने पहली पारी में कितने-कितने रन बनाए?
जवाब: दोनों टीमों ने पहली पारी में बराबर-बराबर 387 रन बनाए थे।

सवाल 4: मैच के प्लेयर ऑफ द मैच कौन बने?
जवाब: इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

सवाल 5: भारत की दूसरी पारी में कितने रन बने?
जवाब: भारत की दूसरी पारी 170 रनों पर खत्म हो गई।

सवाल 6: इंग्लैंड की दूसरी पारी में कितने रन बने थे?
जवाब: इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 192 रन बनाए थे।

सवाल 7: क्या भारतीय टीम ने मैच में वापसी की कोशिश की थी?
जवाब: जी हां, भारतीय बल्लेबाजों ने कुछ समय तक संघर्ष किया, लेकिन आखिर में इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सके।

सवाल 8: मैच में दर्शकों का माहौल कैसा था?
जवाब: लॉर्ड्स का मैदान दर्शकों से भरा हुआ था और दोनों देशों के फैंस अपनी-अपनी टीम को जोश से चीयर कर रहे थे।

सवाल 9: क्या इस हार के बाद भारत सीरीज में बहुत पीछे हो गया?
जवाब: भारत सीरीज में 2-1 से पीछे है, लेकिन अभी दो मैच बाकी हैं और वापसी का मौका भी है।

सवाल 10: इंग्लैंड की जीत का सबसे बड़ा कारण क्या रहा?
जवाब: इंग्लैंड की जीत का सबसे बड़ा कारण उनकी बेहतरीन गेंदबाजी और बेन स्टोक्स की शानदार कप्तानी रही।

निष्कर्ष:

यह मैच एक बेहतरीन टेस्ट मुकाबला रहा जिसमें कभी भारत तो कभी इंग्लैंड हावी नजर आया। आखिरी दिन तक यह कहना मुश्किल था कि कौन जीतेगा। लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने सही वक्त पर विकेट निकालकर अपनी टीम को जीत दिलाई।

अब सभी की नजर अगले मुकाबले पर है। भारत की टीम कोशिश करेगी कि अगले मैच में कोई कसर न छोड़े और जीत के साथ सीरीज बराबर कर दे।

इस मैच ने यह भी साबित किया कि टेस्ट क्रिकेट का आकर्षण अभी भी कम नहीं हुआ है। पांच दिन तक चला यह मुकाबला दर्शकों के दिलों में हमेशा याद रहेगा। इंग्लैंड बनाम भारत का यह तीसरा टेस्ट सिर्फ एक मैच नहीं था, बल्कि यह खेल भावना, संघर्ष और धैर्य की मिसाल बन गया।

भारतीय टीम के लिए यह हार जरूर निराशाजनक रही, लेकिन यह भी सच है कि टीम ने पूरी मेहनत की। कुछ छोटी-छोटी गलतियों की वजह से मैच हाथ से निकल गया। अब टीम इंडिया को अगली तैयारियों पर ध्यान देना होगा।

यह मुकाबला हमें सिखाता है कि टेस्ट क्रिकेट में कोई भी टीम आखिरी दिन तक हार नहीं मान सकती। मैदान पर आखिरी गेंद तक कुछ भी हो सकता है। यही टेस्ट क्रिकेट की असली खूबसूरती है।

उम्मीद है भारतीय टीम अगले मुकाबले में जोरदार वापसी करेगी और सीरीज को फिर से बराबरी पर ले आएगी। भारत अब सीरीज में पीछे जरूर है, लेकिन अगले मैच में वापसी करने का पूरा मौका रहेगा।

Leave a Comment